




हिंदी पखवाड़ा के अनुक्रम में कृषि महाविद्यालय इरोइसेंबा में 24 सितंबर 2025 को छात्रों तथा शिक्षकों/कर्मचारियों हेतु कविता पाठ एवं गायन प्रतियोगिता आयोजित किया गया । इसमें छात्रों एवं कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया ।
नदी, पहाड़ और घाटी से,
घिरी है मेरी इंफाल की माटी।
कृषि की पावन भूमि पर,
केंद्रीय विश्वविद्यालय की ज्योति है जगमगाती।
ज्ञान का सागर लहराए,
हिंदी का परचम फहराए।
गौरवमयी इतिहास की गाथा,
विश्वविद्यालय के हर कोने में गाए।
विद्यार्थी यहां आते हैं,
ज्ञान की गंगा में नहाते हैं।
कृषि की तकनीक सीखकर,
विकास की राह में आगे बढ़ जाते हैं।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है,
यह हमारी पहचान है।
संस्कृति का यह मान बढ़ाए,
यह हर भारतवासी का सम्मान है।
केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में,
हिंदी का गौरव गाते हैं।
एकता और अखंडता का,
हम सभी पाठ पढ़ाते हैं।
रचनाकार
डॉ सीमा मिश्रा